रायपुर : …मेरी मां तड़प-तड़प कर मर गयी…जो-जो बोला हास्पीटल वालों ने वो सब किया, पैसे मांगे पैसे दिये…लेकिन फिर भी मेरी मां नहीं बची..ये अस्पताल नहीं हत्यारा है…मां के वियोग में बिलख रहा ये बेटा बार-बार यही कह रहा था, मेरी मां को मार डाला… राजधानी रायपुर के सबसे बड़े अस्पताल में से एक NHMMI नारायणा मल्टीस्पेशलिस्ट हॉस्पिटल की महिला मरीज ने आक्सीजन के अभाव में तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया।
आरोप है कि 10 दिन से एनएच एमएमआई नारायणा मल्टीस्पेशलिस्ट हॉस्पिटल एक महिला भर्ती थी। 10 दिन में अस्पताल ने मरीजों के परिजनों से 10 लाख रुपये से ज्यादा ले लिये। जब महिला की तबीयत ज्यादा बिगड़ गयी, तो परिजनों को एयर एंबुलेंस से हैदराबाद ले जाने को कहा। लेकिन एयर एंबुलेंस में ना तो डाक्टर थे और ना ही आक्सीजन, लिहाजा मरीज की तड़प तड़पकर मौत हो गयी।
महिला के बेटे ओम खेमानी का अस्पताल के बाहर रोते हुए एक वीडियो सोशल मिडिया में वायरल हुआ है, जिसमें उसने आरोप लगाया है कि 2 सितंबर को उसकी मां को एनएचएमएमआई नारायणा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पीटल में एडमिट कराया था। इस दौरान 10 लाख से ज्यादा पेमेंट किया। तबीयत बिगड़ने पर परिजनों से 6 लाख जमा कराये और मरीज को हैदराबाद ले जाने को कहा। एमएमआई अस्पताल में ही मौजूद रेड एयर एंबुलेंस के कार्यालय की तरफ से एयर एंबुलेंस बुक किया गया।
लेकिन एंयर एंबुलेंस में ना तो मरीज की देखभाल के लिए कोई डाक्टर थे और ना ही आक्सीजन मशीन काम कर रही थी। आक्सीजन के बिना मरीज की तबीयत बिगड़ गयी। महिला मरीज तड़पने लगी, तो परिजनों ने आक्सीजन मास्क लगाने को कहा, लेकिन एंबुलेंस में मौजूद लोगों ने कहा कि ऊंचाई होने की वजह से आक्सीजन की दिक्कत हो रही है, थोड़ी देर में स्टेबल हो जायेगा। टेक आफ के बाद करीब 15 मिनट तक आसमान में मंडराने के बाद एयर एंबुलेंस हैदराबाद के बजाय वापस रायपुर में लैंड करा दिया गया।
परिजनों ने जब इसका कारण बताया, तो उचित कारण भी नहीं बताया गया, जब एयरपोर्ट से महिला को वापस अस्पताल लाया जा रहा था, तो उसी दौरान महिला की मौत हो गयी। परिजनों ने बताया कि अस्पताल को इलाज के लिए 8 लाख रुपये और एयर एंबुलेंस के लिए 6.11 लाख रुपये लिये। 14 लाख रुपये से ज्यादा खर्च करने के बावजूद मरीज नहीं बच सका।