नई दिल्ली।Gold Prices:भारत के सर्राफा बाजार में सोने ने नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। गुरुवार को 24 कैरेट सोना ₹98,170 प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया, जो अब तक की सबसे ऊंची कीमत मानी जा रही है। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, बीते एक वर्ष में सोने की कीमत में 23% की तेज़ बढ़ोतरी हुई है, जिससे निवेशक और आम खरीदार दोनों हैरान हैं।
कितना बढ़ा सोना?
अप्रैल 2024 में 24 कैरेट सोने की कीमत ₹79,843 प्रति 10 ग्राम थी, जो अब बढ़कर ₹98,170 हो गई है। यानी सिर्फ एक साल में प्रति 10 ग्राम ₹18,327 की छलांग। इस दौरान वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव, अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध, मुद्रास्फीति और डॉलर की मजबूती जैसे कारणों ने सोने को एक “सुरक्षित निवेश” के रूप में स्थापित किया।
अप्रैल 2025 में अब तक का हाल:
इस महीने की शुरुआत से ही सोने में उछाल देखा जा रहा है।
– 16 अप्रैल: एक दिन में ₹1,650 की बढ़त
– 17 अप्रैल: ₹70 और बढ़कर भाव ₹98,170 पर पहुंचा
इस तरह अप्रैल में अब तक कुल ₹6,000 प्रति 10 ग्राम की वृद्धि हो चुकी है।
22 कैरेट सोने की कीमतें:
शादी-विवाह और आभूषणों के लिए प्रमुख 22 कैरेट सोना अब ₹89,935 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच चुका है, जो कि पिछले साल की तुलना में ₹16,800 अधिक है।
क्यों बढ़ रही हैं सोने की कीमतें?
– वैश्विक अनिश्चितता: अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध और ट्रंप की टैरिफ नीति के चलते निवेशकों का रुझान सुरक्षित निवेश की ओर बढ़ा है।
– मुद्रास्फीति और डॉलर में मजबूती: रुपये के मुकाबले डॉलर की मजबूती ने सोने की आयात लागत बढ़ा दी है।
– त्योहारी और वैवाहिक मांग: भारत में अप्रैल से शुरू होने वाले शादी-ब्याह और अक्षय तृतीया जैसे त्योहारों से मांग तेज़ हुई है।
विशेषज्ञों की राय:
गोल्डमैन सैक्स जैसे संस्थान मानते हैं कि अगर मौजूदा ट्रेंड जारी रहा तो 2025 के अंत तक सोने की कीमत ₹1.30 लाख प्रति 10 ग्राम तक जा सकती है। विशेषज्ञ दीर्घकालिक निवेशकों के लिए सोने को अब भी मजबूत विकल्प मान रहे हैं, लेकिन अल्पकालिक निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
आम जनता पर असर:
सोने की इस ऐतिहासिक बढ़त ने शादी की तैयारी कर रहे परिवारों की चिंता बढ़ा दी है। सोशल मीडिया पर लोग इसे लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं — कोई इसे निवेश का बेहतरीन मौका बता रहा है, तो कोई बजट बिगड़ने की बात कर रहा है।
क्या करें निवेशक और खरीदार?
-खरीदारी से पहले: हमेशा BIS हॉलमार्क और HUID टैग की जांच करें। स्थानीय ज्वैलर्स से ताजा दरों की पुष्टि करना न भूलें।
– निवेश के लिए: सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स, डिजिटल गोल्ड, और गोल्ड ETF जैसे विकल्पों पर विचार करें।
– ध्यान रखें: मेकिंग चार्ज, GST और अन्य छिपे खर्चों को भी ध्यान में रखें।