रायपुर। प्रदेश में संचालित शासकीय एवं निजी अस्पतालों में फायर सेफ्टी का मामला आज विधानसभा में गूंजा। सत्ता पक्ष की ओर से ही किए गए सवालों से स्वास्थ्य मंत्री जमकर घिरे। भाजपा विधायक ने पूछा कि वर्तमान में कितने अस्पतालों का फायर ऑडिट हुआ है, जिस पर विभागीय मंत्री ने जल्द ही सभी अस्पतालों का फायर ऑडिट कराने की घोषणा सदन में की।भाजपा विधायक धरमजीत सिंह ने प्रश्नकाल में यह मामला उठाते हुए सरकार से पूछा कि वर्तमान में प्रदेश में कितने पंजीकृत अस्पताल है और उनमें से कितने का फायर ऑडिट किया गया है। जहां फायर सुरक्षा नहीं है उन अस्पतालों पर क्या कार्रवाई की गई है।
भाजपा विधायक ने सदन में यह भी बताया कि फायर ऑडिट का प्रमाणपत्र मात्र दो हजार रुपए में मिल जाते हैं । उन्होंने विभागीय मंत्री से पूछा कि क्या अगले दो महीने में सभी अस्पतालों का फायर ऑडिट कराकर जहां इसका पालन नहीं किया उस पर कार्रवाई करेंगे।जवाब में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने प्रदेश में 1129 अस्पतालों के पंजीकरण होने की जानकारी देते हुए कहा कि फायर ऑडिट उनके विभाग का मामला नहीं है। यह गृह विभाग के अधीन आता है। भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने पूछा कि नर्सिंग एक्ट में संशोधन कर क्या निजी अस्पतालों को फायर सेफ्टी के दायरे में लाया जाएगा। इसके जवाब में गृहमंत्री विजय शर्मा ने आगामी दिनों सभी निजी अस्पतालों का का फायर ऑडिट कराने की घोषणा सदन में की।