बिलासपुर के सेंट विंसेंट पलोटी स्कूल में एक बड़ा हादसा हुआ है। स्कूल के टॉयलेट में हुए सोडियम ब्लास्ट से चौथी कक्षा की एक मासूम बच्ची गंभीर रूप से झुलस गई। इस घटना के बाद से स्कूल प्रशासन की लापरवाही को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के मुताबिक, किसी अन्य कक्षा के छात्रों ने टॉयलेट सीट पर एल्युमिनियम फॉयल में लपेटकर सोडियम रख दिया था। पानी के संपर्क में आते ही सोडियम ने रिएक्ट किया और तेज धमाके के साथ विस्फोट हो गया। इस दौरान टॉयलेट में मौजूद चौथी कक्षा की एक छात्रा बुरी तरह झुलस गई। धमाके की आवाज सुनते ही स्कूल स्टाफ मौके पर पहुंचा और बच्ची को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज जारी है।
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स्कूल प्रशासन कटघरे में
घटना के बाद स्कूल प्रबंधन सवालों के घेरे में आ गया है। सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि खतरनाक रसायन स्कूल में कैसे पहुंचे? परिजनों का कहना है कि वे अपने बच्चों को स्कूल इस भरोसे भेजते हैं कि वहां उनकी सुरक्षा होगी, लेकिन यदि इस तरह के खतरनाक केमिकल छात्रों तक पहुंच रहे हैं, तो यह स्कूल की गंभीर लापरवाही है।
स्कूल प्रबंधन का कहना है कि परीक्षा के कारण बैग चेकिंग नहीं हो सकी और कुछ छात्र बिना अनुमति के सोडियम स्कूल लेकर आ गए। रिसेस के बाद ब्लास्ट जैसी आवाज आई, जिसमें चौथी कक्षा की छात्रा झुलस गई।
कई सवाल खड़े हुए
इस घटना के बाद स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं:
- आखिर स्कूल में खतरनाक रसायन कैसे पहुंचे?
- छात्रों को ऐसी खतरनाक चीजों की जानकारी कैसे मिली?
- क्या स्कूल प्रशासन ने सुरक्षा के सही उपाय किए थे?
फिलहाल, प्रशासन इस पूरे मामले की जांच में जुटा है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।