Driving license new rule 2025: भारत में हर साल हजारों लोग सड़क हादसों का शिकार होते हैं, जिनका प्रमुख कारण लापरवाही से गाड़ी चलाना है। इन हादसों को कम करने और सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) जल्द ही एक “पॉइंट्स आधारित ड्राइविंग लाइसेंस सिस्टम” लागू कर सकता है।
हाल ही में हुई एक अहम बैठक में इस सिस्टम पर चर्चा की गई, जिसमें राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों, सड़क सुरक्षा विशेषज्ञों, गैर सरकारी संगठनों और अन्य संस्थाओं ने भाग लिया। हालांकि, सरकार की ओर से अभी इस पर कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है।
क्या है पॉइंट्स सिस्टम?
इस नए सिस्टम में हर ड्राइवर को ड्राइविंग के व्यवहार के आधार पर पॉइंट्स दिए जाएंगे।
- अगर कोई व्यक्ति ट्रैफिक नियम तोड़ता है, जैसे रेड लाइट जंप करना, तेज गति से वाहन चलाना या शराब पीकर गाड़ी चलाना — तो उसके पॉइंट्स घटाए जाएंगे।
- पॉइंट्स ज़ीरो होने पर लाइसेंस रद्द किया जा सकता है।
- वहीं जो लोग नियमों का पालन करेंगे, उन्हें अधिक पॉइंट्स मिलेंगे और भविष्य में उन्हें बीमा में छूट जैसे लाभ मिल सकते हैं।
विदेशों में पहले से लागू
यह सिस्टम कई विकसित देशों में पहले से प्रभावी है। वहां ड्राइवर के पॉइंट्स का रिकॉर्ड बीमा प्रीमियम, गाड़ी रजिस्ट्रेशन और यहां तक कि वाहन ऋण पर भी असर डालता है। इसी मॉडल को भारत में लाने की तैयारी की जा रही है।
फायदा किसे?
- अच्छे ड्राइवरों को मिलेगा लाभ: बीमा छूट, विश्वसनीयता बढ़ेगी।
- लापरवाह चालकों पर होगी सख्ती: लाइसेंस रद्द होने की नौबत आ सकती है।
- सड़क सुरक्षा को मिलेगा बढ़ावा: दुर्घटनाओं में आएगी कमी।