सरगुजा:- लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव के दौरान ऑनलाइन बेटिंग एप को लेकर खूब सियासत हुई. तब कांग्रेस की सरकार को बीजेपी ने जमकर घेरा और उसपर कई गंभीर आरोप भी लगाए थे. ऑनलाइन बेटिंग एप केस की जांच अभी भी जारी है. बेटिंग एप केस में एक बार फिर से नया मोड़ आ गया है. बेटिंग एप केस से जुड़े आरोपी और फरार चल रहे सत्यम केशरी ने वीडियो जारी किया है.
वीडियो सामने आने के बाद पुलिस में हड़कंप: जारी किए गए वीडियो के जरिए आरोपी ने एक पुलिस के जवान पर गंभीर आरोप लगाए हैं. सटोरिए सत्यम केशरी ने आरोप लगाया है कि सरगुजा में एक आरक्षक कथित रुप से इस बेटिंग एप का संचालन करता था. ये भी आरक्षक पर आरोपी ने आरोप लगाए हैं कि उसे 1 महीने के भीतर 48 लाख रुपए का मुनाफा कमा कर दिया गया.
फरार आरोपी की कथित आरोप: फरार चल रहे आरोपी सत्यम केशरी ने आरोप लगाया कि आरक्षक किराए के मकान से ऑनलाइन बेटिंग एप का संचालन चोरी छिपे किया करता था. सोशल मीडिया पर सत्यम केशरी का वीडियो आने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है. वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए पुलिस ने जांच के आदेश दिए हैं.वायरल वीडियो की जानकारी मिली है. इस मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी. वायरल वीडियो की जांच का जिम्मा एडिशनल एसपी को दिया गया है. जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी: राजेश अग्रवाल, एसपी, सरगुजा
फरार आरोपी ने वीडियो के जरिए ये आरोप लगाए: सोशल मीडिया में वायरल हुए कथित वीडियो में सत्यम केसरी ने आरक्षक पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसने आरक्षक से काम मांगा था. सत्यम का आरोप है कि काम देने के बजाए वो उसे लेकर अपने किराए के मकान गाढ़ाघाट गया. वहां पहले से ही बेटिंग करने वाले शातिर लोग मौजूद थे.
आरक्षक पर गंभीर आरोप: सत्यम का कहना है कि आरक्षक के किराए के कमरे में उसने 21 फरवरी 2023 से ऑनलाइन बेटिंग एप का काम शुरु किया. सत्यम का कथित दावा है कि उसने आरक्षक को एक महीन में 48 लाख का मुनाफा दिया. फरार आरोपी सत्यम का आरोप है कि जब उसने काम छोड़ने की बात की तो आरक्षक ने उसे धमकाना शुरु कर दिया. ऑनलाइन बेटिंग एप केस में सत्यम केसरी और दीप सिन्हा अभी भी फरार हैं. सरगुजा पुलिस ने जरुर अमित मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेजा है.