सुबह या शाम, डायबिटीज मरीजों को करेले का जूस कब पीना चाहिए, जाने क्या कहते है एक्सपर्ट
नई दिल्ली :- बदलती जीवनशैली के कारण आजकल बहुत से लोग डायबिटीज की समस्या से जूझ रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन भी डायबिटीज को एक बड़ा स्वास्थ्य संकट बता रहा है. ऐसे में शुगर के मरीजों को अपने खान-पान को लेकर बहुत सावधान रहने की जरूरत है. इसका मतलब है कि शुगर के मरीजों को ऐसे खाने का चुनाव करना चाहिए जिससे उनका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहे. हालांकि, बहुत से लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होती कि उन्हें क्या खाना चाहिए और क्या नहीं? ऐसे में इस खबर के जरिए जानिए कि शुगर के मरीजों के लिए करेला का जूस कितना फायदेमंद होता है और इसका सेवन कब करना चाहिए…
विशेषज्ञों का कहना है कि करेले के जूस के सेवन से ब्लड ग्लूकोज का लेवल नियंत्रण में रहता है. दरअसल, बता दें कि करेले में पोटैशियम, आयरन, जिंक, फाइबर, फोलेट, विटामिन C और विटामिन A जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. अगर इसका सेवन सही मात्रा और तरीके से किया जाए तो यह सेहत के लिए कई तरह से लाभकारी हो सकता है. क्योंकि करेले के जूस में मौजूद पोषक तत्व ब्लड शुगर के लेवल को कम करने में मदद कर सकते हैं.
करेले का जूस कब पीना होता है फायदेमंद
आहार विशेषज्ञों का कहना है कि रोजाना करेले का जूस पीने से ब्लड शुगर का स्तर कम होता है और मेटाबॉलिज्म बढ़ता है. यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और त्वचा के लिए भी अच्छा माना जाता है. विशेषज्ञों का कहना है कि सुबह खाली पेट करेले का जूस पीना फायदेमंद होता है. इससे शरीर को करेले में मौजूद पोषक तत्वों को ठीक से अवशोषित करने में मदद मिलती है. इसके अलावा आपको पूरे दिन के लिए एनर्जी भी मिलती है.
NCBI में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल में रखने के लिए बैलेंस डाइट लेने की जरूरत होती है. अगर सभी चीजों का उचित मात्रा में सेवन किया जाए तो करेला भी फायदेमंद होता है. विशेषज्ञों का कहना कि डायबिटीज रोगियों को करेले का ताजा जूस पीना चाहिए क्योंकि, करेले को तल कर खाने से ज्यादा फायदा नहीं मिलता है. तलने से करेले से सारे पोषक तत्व निकल जाते हैं. इसलिए जितना हो सके करेले को फ्राई कर खाने से बचें.
डायबिटीज में लाभकारी
पॉलीपेप्टाइड-पी करेले में पाया जाता है. यह एक प्रकार का प्रोटीन है, जो ब्लड शुगर के लेवल को कम करने में मदद करता है. इसलिए, जिन लोगों का ब्लड शुगर लेवल हाई है, उनके लिए करेले का जूस पीना फायदेमंद हो सकता है.
पाचन सुधार में मददगार
करेले के जूस में फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है, जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक है. ऐसे समय में करेले का जूस पीने से कब्ज, गैस और अपच जैसी समस्याएं कम होती हैं. यह शरीर को विषमुक्त करने में मदद करता है.
चमकदार हो जाती है त्वचा
करेले में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो त्वचा के लिए फायदेमंद होते हैं. करेले का जूस पीने से मुंहासे, दाग-धब्बे, झुर्रियां और कुछ प्रकार की एलर्जी को कम करने और रोकने में मदद मिलती है. इससे त्वचा पर चमक बनी रहती है.
वजन कम करने में सहायक
करेले का जूस पीने से मेटाबॉलिज्म बढ़ता है. इसमें कैलोरी कम और फाइबर अधिक होता है, इसलिए यह वजन घटाने में भी मदद कर सकता है. फाइबर युक्त भोजन खाने से आपको तृप्ति का अहसास होता है और कैलोरी की मात्रा भी कम होती है.
ध्यान देने वाली बात
हालांकि, यदि आप किसी भी बीमारी को ठीक करने के लिए करेले का सेवन करना चाहते हैं, तो पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें. विशेषज्ञ की सलाह के बिना ऐसे प्रावधानों को स्वयं अपनाने से लाभ के बजाय नुकसान होने की संभावना ही बढ़ सकती है.