पौष पूर्णिमा से प्रयागराज में महाकुंभ की शुरुआत हो चुकी है. 144 साल बाद लगने वाले इस कुंभ मेले को बहुत ही शुभ और खास माना जा रहा है. प्रयागराज में संगम तट पर लाखों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं. ऐसे में अगर आप पितृ दोष से पीड़ित हैं, तो महांकुभ के दौरान आप कुछ उपाय कर सकते हैं.
ऐसा माना जाता है कि अगर पितृ नाराज हो जाएं, तो व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष लग जाता है. इसके अलावा, अगर पितरों का अंतिस संस्कार, तर्पण या श्राद्ध सही विधि से न किया जाए, तब भी पितृ दोष लग सकता है. पितृ दोष होने से व्यक्ति को जीवन में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. अगर आप भी पितृ दोष से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो महाकुंभ का अवसर आपके लिए बहुत शुभ रहने वाला है. अगर आप भी महाकुंभ जाने का मन बना रहे हैं, तो इसके लिए वहां पितृ दोष से मुक्ति के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं.
पितृ दोष से मिलेगा छुटकारा
पितृ दोष से छुटकारा पाने के लिए महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में संगम तट के किनारे गंगा स्नान के बाद श्राद्ध कर्म कर सकते हैं. ऐसा करने से पितरों को मोक्ष की मिलता है और पितृ शांत होते हैं, जिससे व्यक्ति को पितृ दोष से राहत मिल सकती है.
महाकुंभ के दौरान करें ये काम
धार्मिक मान्यता के अनुसार, महाकुंभ में स्नान करने से व्यक्ति को कई अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है. वहीं, पितृ दोष से मुक्ति के लिए महाकुंभ में स्नान के दौरान थोड़ा-सा गंगाजल हाथ में लेकर पितरों को अर्पित करें और प्रणाम करें. इसके बाद अपनी गलतियों के लिए क्षमा मांगें. ऐसा करने से पितृ दोष से राहत मिल सकती है.
बरसेगी पितरों की कृपा
महाकुंभ में स्नान के दौरान सूर्यदेव को जल अर्पित करें और हाथ जोड़कर नमस्कार करें. इसके अलावा, महाकुंभ में आए हुए साधु-संतों की सेवा करें. ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं.
इन चीजों का करें दान
पितरों की कृपा पाने के लिए अपने सामर्थ्य के अनुसार दान-पुण्य जरूर करना चाहिए. इसके लिए महाकुंभ में स्नान के बाद सोना-चांदी और अन्न का दान कर सकते हैं. साथ ही, आप महांकुभ में गरीब या जरूरतमंदों को गर्म कपड़ों का भी दान कर सकते हैं. इससे पितृ दोष से राहत मिलती है.