Anxiety : आज की तेज रफ्तार जिंदगी में हर व्यक्ति किसी न किसी रूप में मानसिक दबाव से गुजर रहा है। चाहे ऑफिस का काम हो, घर-परिवार की समस्याएं हों या फिर आर्थिक तंगी – इन सबका असर सीधा मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। कई बार यह तनाव इतना बढ़ जाता है कि व्यक्ति अवसाद में चला जाता है और गलत निर्णय तक ले सकता है। अक्सर लोग तनाव (Stress) और एंग्जायटी (Anxiety) को एक जैसा समझ लेते हैं, जबकि दोनों के बीच महत्वपूर्ण अंतर होता है।
क्या है तनाव और एंग्जायटी में फर्क?
तनाव यानी Stress उस स्थिति को कहा जाता है जब कोई व्यक्ति किसी विशेष कारण जैसे काम का दबाव, रिश्तों में खटास या जिम्मेदारियों के बोझ के कारण मानसिक रूप से दबाव महसूस करता है। वहीं, Anxiety यानी घबराहट या बेचैनी एक प्रकार की मानसिक स्थिति है, जिसमें व्यक्ति भविष्य की आशंका या डर के कारण घबराया हुआ महसूस करता है, भले ही कोई वास्तविक कारण न हो।
तनाव के सामान्य लक्षण
- चिड़चिड़ापन या गुस्सा
- थकान और ऊर्जा की कमी
- नींद में गड़बड़ी
- एकाग्रता में कमी
- सिर दर्द, मांसपेशियों में खिंचाव
एंग्जायटी के लक्षण
- लगातार डर या घबराहट महसूस होना
- दिल की धड़कन तेज होना
- पसीना आना
- कांपना या हिलना
- सांस लेने में कठिनाई
दोनों ही स्थितियों से कैसे निपटें?
- नियमित व्यायाम करें – योग, प्राणायाम और ध्यान तनाव और एंग्जायटी को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
- समय पर नींद लें – पूरी और गहरी नींद मानसिक संतुलन बनाए रखती है।
- सकारात्मक सोच रखें – नकारात्मक विचारों से दूर रहें और खुद को मोटिवेट करें।
- समय का प्रबंधन करें – अपने कामों को योजनाबद्ध तरीके से करें ताकि तनाव कम हो।
- किसी से बात करें – जब मन भारी लगे तो अपने करीबी से बात करें या पेशेवर सलाह लें।