रायपुर : शिक्षा सचिव ने सभी कलेक्टरों शाला भवनों के मरम्मत के संदर्भ में पत्र लिखा है। शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेसी ने अपने निर्देश में कहा है कि वैसे शाला, जो जर्जर कमरों में संचालित हो रहे हैं, उसकी तत्काल मरम्मत की जाये। जो शाला भवन जर्जर है, वहां अध्यापन कार्य नहीं कराया जाये। कलेक्टर को भेजे निर्देश में शिक्षा सचिव ने कहा है कि शालाओं को स्वच्छ एवं सुरक्षित रखने के लिए कलेक्टरों व डीईओ को समय समय पर निर्देश दिये गये हैं।
सभी कलेक्टर व डीईओ को निर्देश दिया गया है कि वो अपने जिलों के शाला भवनों का निरीक्षण करें, जो शाला भवन जर्जर हैं, उनमें अध्यापन कार्य नहीं कराया जाये। जो शाला भवन मरम्मत के लायक हैं, उनमें डीएमएफ या सीएसआर या अन्य मद से मरम्मत का कार्य करा लें। ताकि दुर्घटना से बचा जा सके। कई जगहों से जर्जर शाला भवन में पढ़ाई की जानकारी मिली है, शिक्षा सचिव ने इस नाराजगी जतायी है।
कलेक्टरों को जिलों से जर्जर शालाओं के निरीक्षण कर रिपोर्ट मांगी गयी है। शाला जतन .योजना के तहत दी गयी राशि का भी सही तरीके से उपयोग का निर्देश दिया गया है। शिक्षा सचिव ने दो टूक कहा है, दो शाला जर्जर हैं, वहां शाला का संचालन नहीं कराया जाये, उन शालाओं का संचालन सामुदायिक भवन, शासकीय भवन या अन्य शालाओं में कराने का निर्देश दिया गया है।