नई दिल्ली :- क्या आपको कुर्सी पर कुछ देर बैठने के बाद चक्कर आना, थकान और भूख न लगना जैसे लक्षण महसूस होते हैं? विशेषज्ञों का कहना है कि यह विटामिन बी12 की कमी हो सकती है. इस विटामिन की कमी से पैरों में झुनझुनी, सुन्नता, और दर्द जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं. इसके अलावा, चलने में कठिनाई, मांसपेशियों में कमजोरी, और तंत्रिका तंत्र से संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं.
विटामिन बी12 एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जो तंत्रिकाओं और रक्त कोशिकाओं के स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. विशेषज्ञों का सुझाव है कि यदि आपके शरीर में इस विटामिन की कमी है, तो आपको पैरों में कुछ चेतावनी संकेत दिखाई देंगे, और आपको उन्हें अनदेखा नहीं करना चाहिए…
पैरों में होने वाले यह चेतावनी संकेत कुछ इस प्रकार हैं…
सुन्नपन: विशेषज्ञों का कहना है कि विटामिन बी12 की कमी से पैरों में सुन्नपन या झुनझुनी हो सकती है, जैसे कि सुई चुभ रही हो. यह स्थिति पेरिफेरल न्यूरोपैथी कहलाती है, और विटामिन बी12 की कमी से नसों को नुकसान पहुंचने के कारण होती है. फेमस हेल्थ वेबसाइट क्लीवलैंड क्लिनिक का भी कहना हा कि इस समस्या में मुख्य रूप से न्यूरोलॉजिकल लक्षण शामिल होते हैं.
जलन: विशेषज्ञों का सुझाव है कि पैरों या हाथों में जलन को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, ऐसा इसलिए क्योंकि यह विटामिन बी12 की कमी का संकेत हो सकता है. ऐसा कहा जाता है कि अपर्याप्त बी12 के कारण तंत्रिका कार्य के कमजोर होने से ऐसी समस्याएं हो सकती हैं. जर्नल ऑफ न्यूरोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, इस विटामिन की कमी वाले लोगों को अपने पैरों और हाथों में जलन का अनुभव होता है. विशेषज्ञों का सुझाव है कि अगर आपको अपने पैरों या हाथों में जलन महसूस होती है, भले ही कोई चोट न लगी हो, तो आपको अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए.
चलने में दिक्कत: हार्वर्ड हेल्थ पब्लिशिंग में प्रकाशित एक अध्ययन में बताया है कि विटामिन बी12 की कमी वाले लोग चलते समय लड़खड़ा सकते हैं, जिससे उनकी चलने की क्षमता प्रभावित होती है. विशेषज्ञों का कहना है कि विटामिन बी12 माइलिन के प्रोडक्शन के लिए बहुत जरूरी है, जो पैरों में नसों की रक्षा करता है. इसकी कमी होने पर पैरों में माइलिन क्षतिग्रस्त हो जाता है, जिससे चलने में समन्वय की कमी और लड़खड़ाने की समस्या होती है. विशेषज्ञों की चेतावनी है कि अगर यह स्थिति लंबे समय तक बनी रहे, तो कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं.
पीलापन: विशेषज्ञों का कहना है कि विटामिन बी12 की कमी से पैरों की त्वचा पीली हो सकती है. विटामिन बी12 रेड ब्लड सेल्स के उत्पादन को प्रभावित करता है, जिससे धीरे-धीरे एनीमिया हो सकता है. ऐसा कहा जाता है कि पैरों में ऑक्सीजन की आपूर्ति कम होने के कारण पैर पीले हो जाते हैं. इस विटामिन की कमी से पैरों जैसे क्षेत्रों में ब्लड फ्लो धीमा हो जाता है.
ठंडे पैर: विशेषज्ञों का कहना है कि यह लक्षण भी विटामिन बी12 की कमी का एक और संकेत है. बता दें, ठंडे पैर शरीर में खराब रक्त परिसंचरण के कारण होते हैं. शरीर में विटामिन बी12 का कम स्तर लाल रक्त कोशिकाओं के प्रोडक्शन को बाधित करता है, जिससे पैरों तक ऑक्सीजन का सर्कुलेशन कम हो जाता है.