रायपुर। छत्तीसगढ़ में टीचर बनने की चाह रखने वालों के बीच अब बीएड से ज्यादा डीएलएड की डिमांड बढ़ गई है। 2024 में डीएलएड के लिए आवेदन 2023 की तुलना में करीब डबल हो गए। राज्य बनने के बाद ऐसा पहली बार हुआ जब बीएड से ज्यादा फॉर्म डीएलएड के लिए भरे गए।
B.Ed सहायक शिक्षक विवाद के बाद 2024 में बीएड की 14, 400 सीटों के लिए 2.55 लाख आवेदन आए। वहीं महज 6720 सीट के लिए डीएलएड के लिए पिछले साल 3 लाख आवेदन आ गए। इस बार भी रुझान यही दिख रहा है और फॉर्म भरने की प्रक्रिया जारी है।
25 अप्रैल तक लास्ट डेट, 22 मई को होंगे एग्जाम
बीएड और डीएलएड कोर्स में एडमिशन के लिए इस साल की प्रवेश परीक्षा 22 मई को दो पालियों में कराई जाएगी। सुबह बीएड की और दोपहर में डीएलएड की परीक्षा होगी।
इसके लिए ऑनलाइन आवेदन 28 मार्च से शुरू हो चुके हैं और 25 अप्रैल शाम 5 बजे तक फॉर्म भरे जा सकते हैं।
अगर आवेदन में कोई गलती हो जाती है तो 26 से 28 अप्रैल तक उसे सुधारा जा सकता है।
प्रवेश परीक्षा प्रदेश के सभी 33 जिलों में होगी।
प्रदेश में इस वक्त बीएड की 14,400 और डीएलएड की 6,720 सीटें हैं।
बीएड के 148 कॉलेज और डीएलएड के 91 संस्थान हैं, जो इन कोर्स की पढ़ाई कराते हैं।
इसलिए बढ़ी डिमांड
एग्जाम के लिए फॉर्म भरने की प्रोसेस शुरू होते ही हजारों लोग डीएलएड के लिए अप्लाई कर चुके हैं। डीएलएड की डिमांड इसलिए बढ़ी है क्योंकि राज्य सरकार ने प्राइमरी स्कूलों में टीचर बनने के लिए बीएड को अमान्य कर दिया है।
अब सहायक शिक्षक के पदों के लिए सिर्फ डीएलएड जरूरी है। कई युवाओं को पिछली भर्तियों में बीएड करने के बावजूद मौका नहीं मिल पाया, जिससे अब छात्र सीधे डीएलएड कोर्स की तरफ जा रहे हैं।
आने वाले समय में भी डीएलएड की डिमांड और ज्यादा बढ़ सकती है, क्योंकि प्राथमिक स्कूलों में भर्ती की संख्या ज्यादा रहती है और इसी लेवल पर सबसे पहले वैकेंसी निकलती है।