प्रयागराज।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज, 25 जनवरी को फिर प्रयागराज का दौरा करेंगे। वह मौनी अमावस्या और पीएम मोदी के कार्यक्रम की तैयारियों को परखेंगे।
सीएम योगी मौनी अमावस्या अमृत स्नान की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। वहीं 1 फरवरी को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, 5 फरवरी को पीएम मोदी और 10 फरवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू महाकुंभ जाएंगे। इन्हीं कार्यक्रमों के मद्देनजर मुख्यमंत्री तैयारियों को परखने पहुंचेंगे।
सीएम योगी का आज का शेड्यूल
सूत्रों के मुताबिक, सीएम योगी शनिवार को लगभग साढ़े 11 बजे प्रयागराज पहुंचेंगे। इसके बाद वह अखिल भारतवर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ-योगी महासभा में सम्मिलित होंगे। फिर वह मुख्यमंत्री कल्याण सेवा आश्रम में कल्याणदास जी महाराज से मुलाकात करेंगे। वहीं इसके बाद वह अरैल घाट पर आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। लगभग 4 बजकर 45 मिनट पर मुख्यमंत्री प्रयागराज से लखनऊ के लिए रवाना हो जाएंगे।
मौनी अमावस्या पर तीसरा अमृत स्नान
यूपी सरकार के अनुसार, 29 जनवरी को मौनी अमावस्या है। इस मौके पर महाकुंभ में तीसरा अमृत स्नान होगा जिसमें लगभग 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं द्वारा आस्था की डुबकी लगाने की उम्मीद की जा रही है। 27 से 29 जनवरी तक विभिन्न क्षेत्रों खासकर संगम नोज पर श्रद्धालुओं के कम पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार की ओर से कहा गया है कि महाकुंभ में 12 किलोमीटर लंबा घाट तैयार किया गया है जिससे श्रद्धालुओं को डुबकी लगाने में आसानी रहे। इसके अलावा घाटों पर भीड़भाड़ रोकने के लिए निकासी दल की तैनाती भी की जाएगी।
वहीं राज्य सरकार की ओर से जारी बयान में अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए गए हैं कि श्रद्धालु संगम नोज या अन्य जोन में न पहुंचने पाए। वह उसी सेक्टर से लौटें जहां वह पहुंचे थे। इसके अलावा पुलिस अधीक्षकों, उप-मंडल मजिस्ट्रेट, सभी अतिरिक्त जिलाधिकारियों और क्षेत्राधिकारियों को निगरानी रखने के विशेष निर्देश हैं।
10 करोड़ श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने की उम्मीद
महाकुंभ में 29 जनवरी यानी मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान के दौरान प्रयागराज में 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने की संभावना है। मौनी अमावस्या महाकुंभ का बेहद अहम पर्व माना जाता है। यही वजह है कि मौनी अमावस्या को और भव्य बनाने की तैयारियों में यूपी सरकार जोरों-शोरों से लगी हुई है।
‘अमृत स्नान’ के लिए विशेष तिथियां
बता दें कि कुंभ में स्नान सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठान है। वैसे तो मकर संक्रांति से शुरू होकर सभी दिन संगम में डुबकी लगाना पवित्र माना जाता है। फिर भी कुछ विशेष शुभ स्नान तिथियां हैं, जिन्हें ‘अमृत स्नान’ (जिसे पहले शाही स्नान कहा जाता था) के रूप में जाना जाता है।
29 जनवरी को मौनी अमावस्या महाकुंभ में तीसरी ऐसी शुभ तिथि होगी। पहले दो दिन 13 जनवरी (पौष पूर्णिमा) और 14 जनवरी (मकर संक्रांति) थे, जबकि अगले महीने तीन और दिन होंगे – 3 फरवरी (बसंत पंचमी), 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा) और 26 फरवरी (महा शिवरात्रि)।