दुर्ग:- अगर आप समय रहते अपने साथ हुई साइबर ठगी की शिकायत पुलिस से करते हैं तो आपके पैसे वापस मिल सकते हैं. जी हां दुर्ग पुलिस ने ये करके दिखाया है. दुर्ग पुलिस ने 6 महीने के भीतर हुए साइबर ठगी के 1 करोड़ 93 लाख से अधिक की रकम पीड़ितों को वापस दिलाई है. साइबर ठगी के शिकार हुए लोगों को जब पुलिस ने रकम वापस दिलाई तो वो खुशी से फूले नहीं समाए. एसएसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि हाल के वर्षों में साइबर क्राइम की घटनाएं बढ़ी हैं.
साइबर क्राइम: अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकने बताया कि हम लगातार साइबर सेल की मदद से साइबर क्राइम को रोकने की कोशिशों में जुटे हैं. साइबर अपराधियों पर शिकंजा भी कसा जा रहा है. एसएसपी ने कहा कि साइबर अपराध और अपराधियों से हमें सतर्क रहने की जरुरत है. दुर्ग पुलिस ने बताया कि हमने सैकड़ों की संख्या में डिजिटल अरेस्ट, निवेश के नाम पर ठगी सहित कई मामले दर्ज किए हैं.
1 करोड़ 93 लाख की सायबर ठगी साल्व: इस दौरान विभिन्न साइबर अपराधों से संबंधित घटनाओं में कुल 1 करोड़ 93 लाख 94 हजार 464 रुपए वापस कराए गए. वहीं डिजिटल अरेस्ट के 10 लाख 80 हजार 298 रुपए और अन्य आनलाइन ठगी के तहत 1 करोड़ 83 लाख 14 सौ 166 रुपए पीड़ितों को वापस मिले. एसएसपी ने बताया कि साइबर अपराधियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. इसके लिए साइबर थाने व साइबर सेल की टीम लगी है.
पुलिस की अपील: एसएसपी विजय अग्रवाल ने अपील करते हुए कहा कि डर व लालच से दूर रहें और थोड़ी सावधानी बरतें. साइबर ठगी से बचा जा सकता है. इस तरह की ठगी सबसे अधिक इनवेस्टमेंट फ्राड, पार्ट टाइन जॉब फ्राड, डिजिटल अरेस्ट, एयरपोर्ट पार्सल/गिफ्ट फ्राड, लोन फ्राड, फिशिंग जैसे केस आने पर तुरंत 1930 हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज कराएं.
साइबर टीम से करेंगे संपर्क: एसएसपी ने बताया कि पुलिस की टीम साइबर अपराधों से बचाव के लिए व्यापक जागरुकता अभियान के तहत लोगों को साइबर सुरक्षा के बारे में जागरुक किया जा रहा है. पुलिस ने लोगों को अंजान कॉलर्स से निजी जानकारी साझा न करने और संदिग्ध लिंक से दूर रहें. साइबर ठगी का शिकार होने पर तुरंत 1930 हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज कराने को कहा. एसएसपी ने कहा कि शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई शुरु कर देती हैं. इससे पीड़ितों को उनकी राशि भी वापस दिलाने की प्रक्रिया शुरु की जाती है. पुलिस की इस पहल से लोगों में साइबर जागरुकता बढ़ी है और वे अब ज्यादा सतर्क हो गए हैं.