11 साल पुराना जहाज था अहमदाबाद हादसे का शिकार एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर, जानें हर डिटेल
अहमदाबाद:- गुजरात के अहमदाबाद से लंदन जा रहा एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान टेकऑफ के बाद क्रैश हो गया. गौर करें तो बोईंग-787 ड्रीमलाइनर विमान का इस्तेमाल लंबी दूरी के लिए कई एविएशन कंपनियां इस्तेमाल करती हैं. बोईंग-787 ड्रीमलाइनर एडवांस्ड एयरक्रॉफ्ट था. ये विमान लंबी दूरी की विमान सेवा में काफी पॉपुलर है.
गुजरात के अहमदाबाद में एअर इंडिया के क्रैश प्लेन में क्रू मेंम्बर्स समेत प्लेन में 242 लोग सवार थे. यह विमान अहमदाबाद से लंदन की जर्नी पर था. अहमदाबाद एयरपोर्ट से टेकऑफ करने के कुछ ही देर बाद मेघानीनगर के पास यह विमान हादसे का शिकार हो गया.अब जानते हैं इस बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान के बारे में. ये प्लेन 30-50 साल तक चल सकता है.
बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन की जीवन अवधि 44,000 उड़ान चक्र है. इस तरह से इस प्लेन की आयु 30 से 50 वर्षों की होती है. जबकि अधिकतर वाणिज्यिक जेट इतने लंबे समय तक सेवा में नहीं रहते हैं. अहमदाबाद में गिरा ये प्लेन सिर्फ 11 साल पुराना था.
बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर एक वाइड-बॉडी, मिड-साइज और लॉन्ग-रेंज का एयरक्रॉफ्ट है. ये 210-250 सीटों के साथ 9,800 मील तक की दूरी तय करने में सक्षम होता है. इसे 20 फीसदी कम फ्यूल कंजम्प्शन के साथ डिजाइन किया गया है. ये पर्यावरण के लिए भी बेहतर विमान है.
बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन पैरामीटर विवरण
प्लेन के विंग की चौड़ाई 60 मीटर
विमान की लंबाई 56.70 मीटर
ऊंचाई 16.90 मीटर
इंजन-2 इंजन
यात्रियों के बैठने की क्षमता- 254
ईंधन क्षमता 1,26,206 लीटर
अधिकतम गति 954 किमी\घंटा
अधिकतम रेंज 13,620 किलोमीटर
निर्माता बोइंग (यूएसए)
अनुमानित लागत ₹2.18 हजार करोड़
ये विमान अहमदाबाद से लंदन तक की 7,000 किलोमीटर की उड़ान पर था. यह विमान 787-8 ड्रीमलाइनर के लिए एक परफेक्ट है. यह एयरक्राफ्ट कम्फर्टेबल था. आजकल, कई एयरलाइंस जैसे एयर इंडिया, ब्रिटिश एयरवेज और एतिहाद इस रूट पर 787-8 का इस्तेमाल करती हैं.
विमान का सिक्योरिटी मेजर्स
सिक्योरिटी स्क्रीनिंग: एयरपोर्ट पर पासेंजर्स की सख्त स्क्रीनिंग होती है, जिसमें बैगेज, बॉडी स्कैन और आईडी वेरिफिकेशन शामिल है.
कॉकपिट सिक्योरिटी: बोइंग 787-8 में कॉकपिट एक्सेस कंट्रोल सिस्टम है. इससे अनधिकृत एंट्री रोकने में हेल्प होती है.
साइबर सिक्योरिटी: इसमें हैकिंग से बचाने के लिए एडवांस्ड साइबर सिक्योरिटी मेजर्स हैं.
इंटेलिजेंस शेयरिंग: किसी भी खतरे का पता लगाने के लिए एयरलाइंस और गवर्नमेंट एजेंसियां रियल-टाइम इंटेलिजेंस शेयर करती हैं.
सेफ्टी मेजर्स
रिडंडेंट सिस्टम्स: 787-8 विमान में कई सिस्टम्स रिडंडेंट हैं. ऐसे में इंजन, हाइड्रोलिक्स और इलेक्ट्रिकल सिस्टम्स फेल होने पर दूसरा सिस्टम काम करने लगता है.
एडवांस्ड नेविगेशन: पायलट्स को सटीक नेविगेशन मिलता है. GPS और इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम सिस्टम रहता है.
इमरजेंसी प्रोसीजर: इसमें इमरजेंसी लैंडिंग, फायर फाइटिंग, और मेडिकल इमरजेंसीज की ट्रेनिंग क्रू मेंबर्स को रेगुलर दी जाती है.
मैटेरियल्स: 787-8 में लाइटवेट कंपोजिट मैटेरियल्स लगाया जाता है. इसकी वजह से ये ज्यादा सेफ और फ्यूल-एफिशिएंट रहता है. गौर करें तो अहमदाबाद से लंदन जा रहा बोईंग-787 ड्रीमलाइनर विमान टेकऑफ के बाद ही क्रैश हो गया. हादसे के बाद घायलों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है. राहत कार्य चल रहा है.