आरंग/सोमन साहू : खुले में घूम रहे जानवर सभी के लिए गंभीर समस्या पैदा कर रही है हर गांव में 100 से अधिक जानवर खुले में घूम रहे हैं जो धान की फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं इसी तरह सड़कों पर झुंड के झुंड बैठे रहते हैं जिससे प्रतिदिन अनेक सड़क हादसे हो रहे हैं ऐसा कोई दिन नहीं बितता जिस दिन ट्रकों के पहिए के नीचे गौ माता कालकवलित ना होता हो। पहले हर ग्राम पंचायत तथा गांव में कांजी हाउस चलता था आज सभी कांजी हाउस पूरी तरह बंद हो चुके हैं वर्तमान छत्तीसगढ़ शासन द्वारा गौठान योजना को भी बंद कर दिया गया है जहाँ आवारा मवेशियों को रखा जाता था गोटन योजना के विकल्प के रूप में शासन द्वारा गौ अभ्यारण बनाने की बात कही थी जिसका कहीं नामोनिशान नहीं है। स्थानीय व्यवस्था के तहत ग्रामवासी लावारिस पशुओं को अगर गौठान में रखता है तो वहां चारे की कोई व्यवस्था नहीं है। यानि जबरन गौठान में मवेशियों को रख दिया गया तो बगैर चारा पानी के उसकी बड़ी संख्या में मृत्यु निश्चित है सड़क पर शरण लिया तो कुचल कर मरना निश्चित है आखिर छत्तीसगढ़ सरकार इस संवेदनशील मुद्दा पर चुप क्यों है किसान नेता पारसनाथ साहू गोविंद चंद्राकर तथा अनेक सरपंचों ने चिंता व्यक्त करते हुए छत्तीसगढ़ शासन से आग्रह किया है किसान के फसलों को बचाने सड़कों पर हो रही गाय की मौत को रोकने तत्काल उचित कार्यवाही करें l