नई दिल्ली :- कई बार हम फलों की दुकानों या सुपरमार्केट में अजीबोगरीब आकार के फल देखते हैं, जिन्हें देखकर हम हैरान रह जाते हैं. ऐसे ही अजीबोगरीब फलों में से एक है “बुद्ध का हाथ”. यह एक खास तरह का साइट्रस फल है, जो अपने नाम और आकार की वजह से आम फलों जैसा नहीं दिखता. यह एक किस्म का साइट्रन फल है, जिसका वैज्ञानिक नाम साइट्रस मेडिका वर्स सारकोडैक्टाइलिस है. इसका नाम इसके असामान्य आकार की वजह से रखा गया है, जो कई फैली हुई उंगलियों वाले हाथ जैसा दिखता है. इसकी खासियत, बनावट, गंध और इस्तेमाल ने इसे दुनिया के सबसे दिलचस्प फलों में से एक बना दिया है. लेकिन इससे मिलने वाले स्वास्थ्य लाभ भी कमाल के हैं.
साइंस डायरेक्ट में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, “बुद्ध का हाथ” एक अनोखा फल है जिसे बहुत से लोगों ने नहीं देखा होगा. लेकिन इस फल के स्वास्थ्य लाभों के बारे में सुनकर आप हैरान रह जाएंगे. दरअसल बुद्ध के हाथ के फल का इस्तेमाल दवाइयों की तैयारी में बड़े पैमाने पर किया जाता है. इससे एसेंशियल ऑयल भी बनाया जाता है. इस फल में गूदा या बीज नहीं होते हैं. मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह फल कई तरह के स्वास्थ्य लाभ दे सकता है. बुद्ध के हाथ के फल में कई पोषक तत्व होते हैं जिनकी हमारे शरीर को जरूरत होती है.
इस फल के सेवन से मिल सकते है कई फायदे
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, बुद्ध के हाथ के फलों का औषधीय रूप से उपयोग किया जाता है. इनमें फ्लेवोनोइड्स, कूमारिन और विटामिन सी होते हैं. ये सभी एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करते हैं. ये शरीर में बनने वाले फ्री रेडिकल्स को खत्म करते हैं. इससे ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन कम होती है. हृदय रोग, कैंसर और उम्र से संबंधित बीमारियों को रोका जा सकता है. इस फल का उपयोग दर्द निवारक के रूप में किया जाता है. इस फल में कूमारिन और लिमोनिन नामक यौगिक होते हैं. इनमें एनाल्जेसिक गुण होते हैं. इसलिए, ये दर्द को कम करते हैं और सूजन से भी राहत देते हैं.
गठिया के रोगियों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद
यह फल गठिया के रोगियों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है. यह जोड़ों और घुटनों में दर्द और सूजन को कम कर सकता है. इस फल में हाई एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. बुद्ध के हाथ के फल में मौजूद बायोएक्टिव कंपाउंड श्वसन तंत्र को स्वस्थ रखते हैं. इससे खांसी, जुकाम, फ्लू और नाक बंद होने जैसी मौसमी समस्याएं कम होती हैं. गले और फेफड़ों में जमा कफ घुल जाता है. श्वास नली साफ होती है. हवा की आपूर्ति सही रहती है. बुद्ध के हाथ के फल में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण पाचन तंत्र और आंतों की दीवारें स्वस्थ रहती हैं. इससे अल्सर कम होता है. इस फल में मौजूद फाइबर पेट की परेशानी को कम करता है, जिससे शरीर को संक्रमण और बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है. इससे खांसी, जुकाम और बुखार जैसी मौसमी समस्याएं कम हो सकती हैं.
बीपी रहता है कंट्रोल
इन फलों में मौजूद बायोएक्टिव कम्पाउंड शरीर में खून की आपूर्ति को बेहतर बनाते हैं. इससे बीपी कंट्रोल में रहता है. हाई बीपी वाले लोगों के लिए ये फल काफी फायदेमंद होते हैं. अगर महिलाएं मासिक धर्म के दौरान इन फलों को खाती हैं, तो उन्हें कई तरह के दर्द से राहत मिल सकती है. मासिक धर्म के दौरान पेट दर्द कम होता है. इन फलों को खाने से तनाव और चिंता कम होती है. दिमाग शांत होता है. इससे मानसिक शांति मिलती है. हालांकि, ये फल बाजार में कम ही मिलते हैं. लेकिन हमें इन फलों का पाउडर या कैंडी मिल जाती है. एसेंशियल ऑयल भी मिलता है. आप इनकी चाय बनाकर पी सकते हैं. इससे आपको कई फायदे मिल सकते हैं.