रायपुर : कानून से बाहर जाकर हमने कोई काम नहीं किया है, हमने किसी के साथ अन्याय नहीं किया। हमारा रास्ता न्याय और भाईचारे का है। महीना बदल गया, साल बदल गया। लेकिन राज्यपाल नहीं बदली। आज तक आरक्षण विधेयक में हस्ताक्षर करने का नाम नहीं ले रही हैं न विधेयक लौटाने का नाम ले रही हैं।
भाजपा आरक्षण विरोधी है। किसी को आरक्षण का लाभ न मिल पाए। यही मंशा है। ये बातें आज साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित कांग्रेस के जनअधिकार रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कही। उन्होंने कहा कि सविधान का पालन नहीं हो रहा है। इसलिए यह रैली किया जा रहा है। जो जरुरी हो गया है।
बीजेपी ने राजभवन को राजनीति का अखाड़ा बना दिया है। राजभवन अपने अधिकार से बाहर जाकर काम कर रहा है। राजभवन और बीजेपी आरक्षण विरोधी अपने चेहरे को जनता के सामने पेश कर रहे हैं। आरक्षण को राजभवन रोकने का प्रयास कर रही है। क्योंकि छत्तीसगढ़ सरकार लोगों को नौकरी देना चाहती है।
26 जनवरी से कांग्रेस हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा शुरू करने जा रही है। जिसमें भी आरक्षण का मुद्दा उठाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बीजेपी व राज्यपाल के षडयंत्रों के सामने झुकने वाली नहीं है। आरक्षण का मुद्दा भी हमारी राज्य सरकार जीतकर रहेगी।
कांग्रेस की जनधिकार महारैली रैली में गरजते हुए स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने राज्यपाल अनसुईया उईके पर हमला बोला है। साथ ही उन्होंने कहा है कि राज्यपाल अगर निर्णय नहीं ले पा रही हैं तो उन्हें राज्यपाल के पद से इस्तीफा दे देना चाहिये।
इस दौरान पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने कहा राज्यपाल का आरक्षण का विधेयक लॉकर में बंद हो गया है। जो छत्तीसगढ़ की जनता के हित में नहीं भाजपा के हित में खुलेगी। साथ ही मरकाम ने आज कांग्रेस की जन अधिकार रैली को ऐतिहासिक बताया।
प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ने जनअधिकारी महारैली में भाजपा व राज्यपाल पर जमकर हमला बोला है। हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि आरक्षण को लेकर कांग्रेस लड़ाई लड़ेगी और जीतेगी भी। 2024 के लोकसभा चुनाव में जनता भाजपा को कुर्सी से उतार फेंकेगी।
राजधानी रायपुर में आज आयोजित जन अधिकार महारैली में प्रदेशभर के कांग्रेसी पहुंचे। जिसमें लगभग 50 हजार की संख्या में कांग्रेसी राजधानी के साइंस कॉलेज मैदान पहुंचे। इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अलग-अलग क्षेत्रों से रैली निकालते हुए साइंस कालेज मैदान पहुंचे।