रायपुर: छत्तीसगढ़ में शहरी निकाय चुनावों* के लिए नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद, राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदान प्रक्रिया की तैयारियों को तेज कर दिया है। इस बार शहरी निकायों में मतदान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के माध्यम से होगा। मतदाताओं की शंकाओं को दूर करने और जागरूकता बढ़ाने के लिए, राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिला कलेक्टरों को प्रत्येक चुनावी वार्ड में ईवीएम प्रदर्शन केंद्र स्थापित करने का निर्देश दिया है।
ईवीएम जागरूकता अभियान
अधिकारियों के अनुसार, इस बार 10 नगर निगम, 49 नगर परिषद, 114 नगर पंचायतों सहित 4 निकायों के 5 वार्डों में उपचुनाव होंगे। इस दौरान महापौर, अध्यक्ष और 3,201 वार्डों में पार्षदों का चुनाव किया जाएगा। ईवीएम मतदान प्रक्रिया को लेकर जनता में विश्वास बढ़ाने और उन्हें प्रशिक्षित करने के लिए, निर्वाचन आयोग ने सभी जिला कलेक्टरों को अपने-अपने क्षेत्रों में ईवीएम प्रदर्शन और सूचना केंद्र स्थापित करने के निर्देश दिए हैं।
ईवीएम प्रदर्शन केंद्रों की प्रमुख विशेषताएँ
मास्टर ट्रेनर होंगे नोडल अधिकारी:
प्रत्येक केंद्र पर नोडल अधिकारी और मास्टर ट्रेनर तैनात होंगे, जो ईवीएम के संचालन और मतदान प्रक्रिया का विस्तृत प्रदर्शन करेंगे।
सीधे डेमो का अवसर:
नागरिकों को ईवीएम का प्रयोग करने और मतदान प्रक्रिया को समझने का अवसर मिलेगा। डेमो के लिए डमी मतपत्रों का उपयोग किया जाएगा।
चुनाव पूर्व प्रदर्शन:
नामांकन वापसी की तिथि से लेकर मतदान से दो दिन पूर्व तक प्रत्येक वार्ड में ईवीएम का प्रदर्शन किया जाएगा।
अतिरिक्त बैलेट यूनिट का उपयोग:
जिन वार्डों में एक से अधिक बैलेट यूनिट (BU) की आवश्यकता होगी, वहां प्रदर्शन के लिए भी उतनी ही यूनिटों का उपयोग किया जाएगा।
मीडिया और सार्वजनिक भागीदारी
चुनावी नियम एवं ईवीएम कार्यशालाएँ:
पत्रकारों और आम जनता को जागरूक करने के लिए विभिन्न जिलों में मीडिया वर्कशॉप आयोजित की जाएंगी। सरकारी कार्यालयों एवं कॉलेजों में ईवीएम प्रदर्शन: कलेक्टर कार्यालय, एसडीएम कार्यालय, तहसील, नगरपालिका कार्यालयों और डिग्री कॉलेजों में ईवीएम प्रदर्शन यूनिट स्थापित की जाएंगी।
प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रचार: ईवीएम प्रक्रिया को लेकर प्रिंट, डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से व्यापक प्रचार अभियान चलाया जाएगा। राज्य निर्वाचन आयोग ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि इन उपायों का प्रभावी रूप से पालन किया जाए, जिससे मतदान प्रक्रिया को पारदर्शी और सुगम बनाया जा सके तथा जनता में ईवीएम को लेकर विश्वास बढ़ाया जाए।