अपने शरीर को हेल्दी रखने के लिए सही डाइट का लेना काफी जरूरी होता है। शरीर को फिट और स्वस्थ्य रखने के लिए डाइट में प्रोटिन का होना बेहद जरूरी होता है।
जानकारी के मुताबिक एक हेल्दी इंसान को अपने वेट के मुताबिक प्रोटीन का सेवन करना चाहिए। जिन लोगों की बॉडी ज्यादा एक्टिव रहती है या फिर मसल्स को ज्यादा स्ट्रांग बनाना चाहते हैं तो ऐसे लोग प्रोटीन का सेवन ज्यादा करते हैं। कुछ लोग प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए प्रोटीन सप्लीमेंट का सेवन करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है प्रोटीन सप्लीमेंट को ज्यादा मात्रा में लेने पर कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
प्रोटीन सप्लीमेंट्स से कैंसर का भी खतरा
प्रोटीन सप्लीमेंट्स में, आर्सेनिक, कैडमियम, लेड की खतरनाक मात्रा पाई गई है जिससे न केवल लिवर खराब हो सकता है बल्कि इसका हमारे ब्रेन पर भी बुरा असर पड़ता है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रोटीन पाउडर में पेस्टिसाइड्स यानी कीटनाशक की भी मात्रा पाई गई है। मेडिसिन जर्नल के अनुसार, कुल 36 प्रोटीन सैंपलों की जांच की गई। इनमें से 3 सैंपलों में कीटनाशक मिले हैं। एक में ‘फेनोबुकार्ब’, दूसरे में ‘थियामेथोजम’ और तीसरे सैंपल में ‘एजोक्सीस्ट्रोबिन’ और ‘डायमेथोमोर्फ’ जैसे कीटनाशक की मात्रा मिली है। बॉडी में हेवी मेटल की ज्यादा मात्रा जाने से कैंसर से मरने का खतरा 3 गुना बढ़ जाता है। वहीं क्रॉनिक किडनी डिजीज (CKD) होने का चार गुना खतरा होता है।
टेस्ट में प्रोटीन पाउडर ब्रांड्स हुए फेल
रिपोर्ट में कहा गया है कि आजकल लोग अपने स्वास्थ्य के बारे में ज्यादा जागरूक हो रहे हैं लेकिन कुछ खाद्य पदार्थों में ऐसे हानिकारक तत्व हो सकते हैं, जो पैकेट पर लिखे पोषण तथ्यों में नहीं दिखते। रिपोर्ट के अनुसार, 70 प्रोटीन पाउडर ब्रांड्स के 160 उत्पादों की जांच की गई, जो बाजार के 83% हिस्से को कवर करते हैं। इन उत्पादों में चावल, मटर और सोया प्रोटीन पाउडर में मट्ठा (व्हे) प्रोटीन पाउडर से तीन गुना ज्यादा लेड (सीसा) पाया गया है। पेड-पौधे जमीन और मिट्टी से इन केमिकल को सोख लेते हैं। फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया इस हेवी मेटल को नर्वस सिस्टम के लिए सबसे खतरनाक बताता है।
चॉकलेट फ्लेवर ज्यादा खतरनाक
चॉकलेट फ्लेवर वाले प्रोटीन पाउडर में भी हेवी मेटल का खतरनाक स्तर पाया गया। रिपोर्ट के अनुसार, चॉकलेट-स्वाद वाले पाउडर में वेनिला-स्वाद वाले पाउडर से चार गुना ज्यादा सीसा और 110 गुना ज्यादा कैडमियम (एक प्रकार की जहरीली धातु) होता है। चॉकलेट में कुछ अच्छे तत्व होते हैं, लेकिन उसमें हेवी मेटल का स्तर भी ज्यादा होता है। हेवी मेटल को नर्वस सिस्टम के लिए सबसे खतरनाक बताता है। यह किडनी डैमेज करने से लेकर एनीमिया, इम्यून सिस्टम डैमेज तक कर सकती है। इसकी ज्यादा मात्रा लेने से मौत भी हो सकती है।
प्रोटीन पाउडर के रिस्क को कैसे करें कम
- ग्रीक योगर्ट: ग्रीक योगर्ट में प्रोटीन, प्रोबायोटिक्स (जो हमारे पेट के लिए अच्छे होते हैं) और कैल्शियम होता है। यह वर्कआउट के बाद खाने के लिए अच्छा है। बेहतर होगा कि आप बिना चीनी वाला सादा योगर्ट लें।
- अंडे: अंडे प्रोटीन से भरपूर होते हैं और हमारे शरीर के लिए जरूरी सभी अमीनो एसिड्स (जो हमारे शरीर को सही से काम करने में मदद करते हैं) प्रदान करते हैं। आप इन्हें उबालकर, तले हुए या ऑमलेट में खा सकते हैं।
- मेवे और बीज: बादाम, अखरोट, चिया बीज और भांग के बीज जैसे मेवे और बीज प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं। इन्हें आप सलाद, दही या दलिया में डालकर खा सकते हैं।
- दाल और बीन्स: दाल, छोले और काले बीन्स में प्रोटीन और फाइबर होता है। ये सूप, स्टू या सलाद में डालकर खाए जा सकते हैं, जिससे शरीर को ऊर्जा मिलती है।
- कॉटेज पनीर: यह एक अच्छा प्रोटीन वाला डेयरी उत्पाद है, जो कम वसा वाला होता है। आप इसे फलों या सब्जियों के साथ मिलाकर खा सकते हैं।
यह ध्यान रखना जरूरी है कि हेवी मेटल (जैसे सीसा और कैडमियम) अगर नियमित रूप से खाई जाएं, तो वे हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती हैं। इनसे अंगों को नुकसान हो सकता है और कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है। इसलिए हमें ऐसे प्रोटीन पाउडर का चुनाव करना चाहिए जो पूरी तरह से सुरक्षित हों और जिनका परीक्षण किया गया हो।
डिस्क्लेमर : यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।